
आंगनबाड़ी चयन में धांधली का आरोप, जदयू ने सौंपा ज्ञापन, मंडलायुक्त ने जांच का दिया आश्वासन
बाँदा
जनपद बाँदा में 2024-25 की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चयन प्रक्रिया में व्यापक धांधली और अनियमितताओं के आरोपों को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने विरोध दर्ज कराया। महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष रागिनी तिवारी के नेतृत्व में लगभग दो दर्जन पदाधिकारी व पीड़ित अभ्यर्थी मंडलायुक्त चित्रकूट धाम मंडल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने पहुँचे।
ज्ञापन में जिले की कई ग्राम पंचायतों—कल्याणपुर, पवई, कोर्रम, कनवारा और साथी—में चयन प्रक्रिया में सिफारिश, फर्जी दस्तावेज़, अपारदर्शिता और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए। बताया गया कि नियमों को ताक पर रखकर अपात्र अभ्यर्थियों को चयनित किया गया, जबकि योग्य, निर्धन और विधवा महिलाएं चयन से वंचित रह गईं।
मंडलायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच हेतु एक समिति गठित की जाएगी और दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
जदयू पदाधिकारियों और पीड़ितों ने मुख्यमंत्री से माँग की है कि:
चयन प्रक्रिया की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जाए।
पात्र अभ्यर्थियों को चयनित किया जाए।
फर्जी चयन को तत्काल निरस्त कर दोषियों को दंडित किया जाए।
इस अवसर पर जदयू के पदाधिकारियों ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की कार्यशैली पारदर्शिता और ईमानदारी की मिसाल है। उनकी नीतियों से प्रेरित होकर जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश में भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठा रहा है। पार्टी का संकल्प है कि हर पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा और ऐसी अनियमितताओं को उजागर कर जनता के विश्वास की रक्षा की जाएगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में जदयू जिला अध्यक्ष उमा कांत सविता, गरिमा सिंह पटेल, दिव्यांग प्रकोष्ठ अध्यक्ष राम प्रजापति, नगर विकास प्रकोष्ठ अध्यक्ष काशी प्रसाद याज्ञिक, जिला महासचिव बिहारी लाल अनुरागी, जिला सचिव शालिनी सविता, रीनू देवी, शकुंतला देवी, सुनीता देवी, श्यामा मिश्रा, मंजू देवी, कुसुम देवी, रमा पाल सहित लगभग दो दर्जन लोग शामिल थे।
जदयू ने चेतावनी दी है कि यदि समय पर कार्रवाई न हुई, तो पार्टी चरणबद्ध जन आंदोलन शुरू करेगी।